M.D.M PUBLIC SCHOOL JANI KHURD
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SESSION – 2020 – 2021
CLASS – 10th
SUBJECT – Biology
SUBJECT TEACHER - RAJ KUMAR SIR
SUBJECT TEACHER - RAJ KUMAR SIR
पाठ - 6 जैव प्रक्रम
जैव प्रक्रम
जैव प्रक्रम (Life Process) :- वे सभी प्रक्रम जो संयुक्त रूप से जीव के अनुरक्षण का कार्य करते है , जैव प्रक्रम कहलाते है | पोषण (Nutrition) :- भोजन ग्रहण करना , पचे भोजन को अवशोषण और शरीर द्वारा अनुरक्षण के लिए उसका उपयोग , पोषण कहलाता है |
पोषण के आधार पर जीवो को दो भागो मे बाँटा गया है |
(1) स्वपोषी :- वे सभी सजीव जो अपना भोजन स्वम बनाते है, ये पौधे अपना भोजन प्रकाश संश्लेषण के माध्यम से बनाते है , स्वपोषी कहलाते है |
जैसे :- सभी हरे पेड़ पौधे |
प्रकाश संश्लेषण :- यह वह प्रक्रम है जिसमे स्वपोषी बाहर से लिए पदार्थो को ऊर्जा के रूप मे संचित कर लेता है | पदार्थ कार्बन डाइऑक्साइड तथा जल के रूप मे लिए जाते है , जो सूर्य के प्रकाश तथा क्लोरोफिल की उपस्थिति मे कार्बोहाइड्रेट मे परिवर्तित कर दिए जाते है |
प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक कच्ची सामग्री :-
- सूर्य का प्रकाश
- क्लोरोफिल
- कार्बन डाइऑक्साइड - स्थलीय पौधे इसे वायु से प्राप्त करते है |
- जल - स्थलीय पौधे इसका अवशोषण मिटटी से कर लेते है |
प्रकाश संश्लेषण के दौरान निम्नलिखित घटनाएँ होती है :-
- क्लोरोफिल द्वारा प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करना |
- प्रकाश ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा मे रूपान्तरित करना तथा जल के अणुओ का हाइड्रोजन तथा ऑक्सीजन मे अपघटन |
- कार्बन डाइऑक्साइड का कार्बोहाइड्रेट मे अपचयन |
रंध्र (Stomata) :- पौधे की पत्तियों मे जो छोटे छोटे छिद्र होते है उन्हें ही रंध्र कहते है | प्रकाश संश्लेषण मे आवश्यक कार्बन डाइऑक्साइड इनकी मदद से ही प्राप्त की जाती है |
रंध्र के प्रमुख कार्य :-
- प्रकाश संश्लेषण के लिए गैसों का अधिकांश आदान - प्रदान इन्ही छिद्रों के द्वारा होता है |
- वाष्पोत्सर्जन प्रक्रिया मे जल ( जल वाष्प के रूप मे ) रंध्र द्वारा निकल जाता है |
(2) परपोषी (विषमपोषी) :- वे सभी सजीव जो भोजन के लिए दूसरे प्राणियों पर निर्भर करते है, परपोषी कहलाते है | जैसे :- मनुष्य , जानवर आदि |
विषमपोषी पोषण :- जन्तुओ मे पोषण की निम्नलिखित पांच अवस्थाएँ अथवा चरण होते है -
(1) अंतर्ग्रहण
(2) पाचन
(3) अवशोषण
(4) स्वांगीकरण
(5) मल विसर्जन या बहि: क्षेपण
(1) अंतर्ग्रहण :- यह भोजन ग्रहण करने की विधि है , जो जन्तुओ में प्राय: भक्षण कहलाती है | कुछ जंतु पौधों का भक्षण करते है तथा कुछ अन्य जन्तुओ का अत: पहले प्रकार के शाकाहारी है तथा दूसरे प्रकार के मासांहारी | कुछ जंतु तो दोनों को ही अपना भोजन बनाते है , वे सर्वाहारी कहलाते है |
अभी कार्य बाकि है। ......