M.D.M PUBLIC SCHOOL JANI KHURD
HOME ASSIGNMENT - 5
SESSION – 2020 – 2021
CLASS – 10th
SUBJECT – हिंदी
CLASS TEACHER - RAJ KUMAR SIR
CLASS TEACHER - RAJ KUMAR SIR
प्रत्यय
जो शब्दांश, शब्दों के अंत में जुड़कर अर्थ में परिवर्तन लाये, प्रत्यय कहलाते है।
दूसरे अर्थ में- शब्द निर्माण के लिए शब्दों के अंत में जो शब्दांश जोड़े जाते हैं, वे प्रत्यय कहलाते हैं।
दूसरे अर्थ में- शब्द निर्माण के लिए शब्दों के अंत में जो शब्दांश जोड़े जाते हैं, वे प्रत्यय कहलाते हैं।
प्रत्यय दो शब्दों से बना है- प्रति+अय। 'प्रति' का अर्थ 'साथ में, 'पर बाद में' है और 'अय' का अर्थ 'चलनेवाला' है। अतएव, 'प्रत्यय' का अर्थ है 'शब्दों के साथ, पर बाद में चलनेवाला या लगनेवाला। प्रत्यय उपसर्गों की तरह अविकारी शब्दांश है, जो शब्दों के बाद जोड़े जाते है।
जैसे- पाठक, शक्ति, भलाई, मनुष्यता आदि। 'पठ' और 'शक' धातुओं से क्रमशः 'अक' एवं 'ति' प्रत्यय लगाने पर
पठ + अक= पाठक और शक + ति= 'शक्ति' शब्द बनते हैं। 'भलाई' और 'मनुष्यता' शब्द भी 'भला' शब्द में 'आई' तथा 'मनुष्य' शब्द में 'ता' प्रत्यय लगाने पर बने हैं।
पठ + अक= पाठक और शक + ति= 'शक्ति' शब्द बनते हैं। 'भलाई' और 'मनुष्यता' शब्द भी 'भला' शब्द में 'आई' तथा 'मनुष्य' शब्द में 'ता' प्रत्यय लगाने पर बने हैं।
प्रत्यय के भेद
मूलतः प्रत्यय के दो प्रकार है -
(1) कृत् प्रत्यय (कृदन्त) (Agentive)
(2) तद्धित प्रत्यय (Nominal)
(2) तद्धित प्रत्यय (Nominal)
कृत् प्रत्यय :-
वे प्रत्यय जो धातु में जोड़े जाते हैं, कृत प्रत्यय कहलाते हैं। कृत् प्रत्यय से बने शब्द कृदंत (कृत्+अंत) शब्द कहलाते हैं। जैसे- लेख् + अक = लेखक। यहाँ अक कृत् प्रत्यय है, तथा लेखक कृदंत शब्द है।
क्रम | प्रत्यय | मूल शब्द\धातु | उदाहरण |
---|---|---|---|
1 | अक | लेख्, पाठ्, कृ, गै | लेखक, पाठक, कारक, गायक |
2 | अन | पाल्, सह्, ने, चर् | पालन, सहन, नयन, चरण |
3 | अना | घट्, तुल्, वंद्, विद् | घटना, तुलना, वन्दना, वेदना |
4 | अनीय | मान्, रम्, दृश्, पूज्, श्रु | माननीय, रमणीय, दर्शनीय, पूजनीय, श्रवणीय |
5 | आ | सूख, भूल, जाग, पूज, इष्, भिक्ष् | सूखा, भूला, जागा, पूजा, इच्छा, भिक्षा |
6 | आई | लड़, सिल, पढ़, चढ़ | लड़ाई, सिलाई, पढ़ाई, चढ़ाई |
7 | आन | उड़, मिल, दौड़ | उड़ान, मिलान, दौड़ान |
8 | इ | हर, गिर, दशरथ, माला | हरि, गिरि, दाशरथि, माली |
9 | इया | छल, जड़, बढ़, घट | छलिया, जड़िया, बढ़िया, घटिया |
10 | इत | पठ, व्यथा, फल, पुष्प | पठित, व्यथित, फलित, पुष्पित |
11 | इत्र | चर्, पो, खन् | चरित्र, पवित्र, खनित्र |
12 | इयल | अड़, मर, सड़ | अड़ियल, मरियल, सड़ियल |
13 | ई | हँस, बोल, त्यज्, रेत | हँसी, बोली, त्यागी, रेती |
14 | उक | इच्छ्, भिक्ष् | इच्छुक, भिक्षुक |
15 | तव्य | कृ, वच् | कर्तव्य, वक्तव्य |
16 | ता | आ, जा, बह, मर, गा | आता, जाता, बहता, मरता, गाता |
17 | ति | अ, प्री, शक्, भज | अति, प्रीति, शक्ति, भक्ति |
18 | ते | जा, खा | जाते, खाते |
19 | त्र | अन्य, सर्व, अस् | अन्यत्र, सर्वत्र, अस्त्र |
20 | न | क्रंद, वंद, मंद, खिद्, बेल, ले | क्रंदन, वंदन, मंदन, खिन्न, बेलन, लेन |
21 | ना | पढ़, लिख, बेल, गा | पढ़ना, लिखना, बेलना, गाना |
22 | म | दा, धा | दाम, धाम |
23 , | य | गद्, पद्, कृ, पंडित, पश्चात्, दंत्, ओष्ठ् | गद्य, पद्य, कृत्य, पाण्डित्य, पाश्चात्य, दंत्य, ओष्ठ्य |
24 | या | मृग, विद् | मृगया, विद्या |
25 | रू | गे | गेरू |
26 | वाला | देना, आना, पढ़ना | देनेवाला, आनेवाला, पढ़नेवाला |
27 | ऐया\वैया | रख, बच, डाँट\गा, खा | रखैया, बचैया, डटैया, गवैया, खवैया |
28 | हार | होना, रखना, खेवना | होनहार, रखनहार, खेवनहार |
तद्धित प्रत्यय :-
वे प्रत्यय जो धातु को छोड़कर अन्य शब्दों- संज्ञा, सर्वनाम व विशेषण में जुड़ते हैं, तद्धित प्रत्यय कहलाते हैं। तद्धित प्रत्यय से बने शब्द तद्धितांत शब्द कहलाते हैं। जैसे- सेठ + आनी = सेठानी। यहाँ आनी तद्धित प्रत्यय हैं तथा सेठानी तद्धितांत शब्द है।
क्रम | प्रत्यय | शब्द | उदाहरण |
---|---|---|---|
1 | आइ | पछताना, जगना | पछताइ, जगाइ |
2 | आइन | पण्डित, ठाकुर | पण्डिताइन, ठकुराइन |
3 | आई | पण्डित, ठाकुर, लड़, चतुर, चौड़ा | पण्डिताई, ठकुराई, लड़ाई, चतुराई, चौड़ाई |
4 | आनी | सेठ, नौकर, मथ | सेठानी, नौकरानी, मथानी |
5 | आयत | बहुत, पंच, अपना | बहुतायत, पंचायत, अपनायत |
6 | आर/आरा | लोहा, सोना, दूध, गाँव | लोहार, सुनार, दूधार, गँवार |
7 | आहट | चिकना, घबरा, चिल्ल, कड़वा | चिकनाहट, घबराहट, चिल्लाहट, कड़वाहट |
8 | इल | फेन, कूट, तन्द्र, जटा, पंक, स्वप्न, धूम | फेनिल, कुटिल, तन्द्रिल, जटिल, पंकिल, स्वप्निल, धूमिल |
9 | इष्ठ | कन्, वर्, गुरु, बल | कनिष्ठ, वरिष्ठ, गरिष्ठ, बलिष्ठ |
10 | ई | सुन्दर, बोल, पक्ष, खेत, ढोलक, तेल, देहात | सुन्दरी, बोली, पक्षी, खेती, ढोलकी, तेली, देहाती |
11 | ईन | ग्राम, कुल | ग्रामीण, कुलीन |
12 | ईय | भवत्, भारत, पाणिनी, राष्ट्र | भवदीय, भारतीय, पाणिनीय, राष्ट्रीय |
13 | ए | बच्चा, लेखा, लड़का | बच्चे, लेखे, लड़के |
14 | एय | अतिथि, अत्रि, कुंती, पुरुष, राधा | आतिथेय, आत्रेय, कौंतेय, पौरुषेय, राधेय |
15 | एल | फुल, नाक | फुलेल, नकेल |
16 | ऐत | डाका, लाठी | डकैत, लठैत |
17 | एरा/ऐरा | अंध, साँप, बहुत, मामा, काँसा, लुट | अँधेरा, सँपेरा, बहुतेरा, ममेरा, कसेरा, लुटेरा |
18 | ओला | खाट, पाट, साँप | खटोला, पटोला, सँपोला |
19 | औती | बाप, ठाकुर, मान | बपौती, ठकरौती, मनौती |
20 | औटा | बिल्ला, काजर | बिलौटा, कजरौटा |
21 | क | धम, चम, बैठ, बाल, दर्श, ढोल | धमक, चमक, बैठक, बालक, दर्शक, ढोलक |
22 | कर | विशेष, ख़ास | विशेषकर, ख़ासकर |
23 | का | खट, झट | खटका, झटका |
24 | जा | भ्राता, दो | भतीजा, दूजा |
25 | ड़ा, ड़ी | चाम, बाछा, पंख, टाँग | चमड़ा, बछड़ा, पंखड़ी, टँगड़ी |
26 | त | रंग, संग, खप | रंगत, संगत, खपत |
27 | तन | अद्य | अद्यतन |
28 | तर | गुरु, श्रेष्ठ | गुरुतर, श्रेष्ठतर |
29 | तः | अंश, स्व | अंशतः, स्वतः |
30 | ती | कम, बढ़, चढ़ | कमती, बढ़ती, चढ़ती |
ASSIGNMENT 8 - CLICK HERE
ASSIGNMENT 7 - CLICK HERE
ASSIGNMENT 6 - CLICK HERE
ASSIGNMENT 5 - CLICK HERE
ASSIGNMENT 4 - CLICK HERE
ASSIGNMENT 3 - CLICK HERE
ASSIGNMENT 7 - CLICK HERE
ASSIGNMENT 6 - CLICK HERE
ASSIGNMENT 5 - CLICK HERE
ASSIGNMENT 4 - CLICK HERE
ASSIGNMENT 3 - CLICK HERE