गति के नियम चैप्टर से
नोट :- hello दोस्तों आपका स्वागत है हमारे इस ब्लॉग मे अगर आपको हमारा ये ब्लॉग पसंद आता है तो हमारे ब्लॉग को फॉलो करे धन्यवाद |
आज आपके लिए लेकर आये है कुछ GENERAL SCIENCE के QUESTION
आइये शुरू करे
- दुरी का मात्रक है - मीटर
- वेग का मात्रक है - मीटर /सेकेंड
- चाल का मात्रक है - मीटर / सेकेंड
- समय का मात्रक है - सेकेंड
- विस्थापन का मात्रक है - मीटर
- क्षेत्रफल का मात्रक है - मीटर की घात 2
- आयतन का मात्रक है - मीटर की घात 3
- त्वरण का मात्रक है - मीटर / सेकेंड की घात 2
- बल का मात्रक है - न्यूटन
दुरी :- किसी दिए गए समयांतराल में वस्तु द्वारा तय किये गए मार्ग की लम्बाई को दुरी कहते है | यह एक आदिश रही है , यह सदैव + की होती है |
विस्थापन :- एक निश्चित दिशा मे दो बिन्दुओ के बिच लंबवत दुरी को विस्थापन कहते है | यह एक सदिश राशि है | इसका si मात्रक मीटर है |
चाल :- किसी वास्तु द्वारा पार्टी सेकेंड मे तय की गयी दुरी को चल कहते है | यह एक आदिश राशि है
चाल = दुरी / समय
इसका मात्रक - मीटर / सेकेंड होता है |
वेग :- किसी वस्तु के विस्थापन परिवर्तन की दर को ही वेग कहते है | यह एक सदिश राशि है , इसका मात्रक भी मीटर / सेकेंड होता है |
त्वरण :- किसी वस्तु के वेग परिवर्तन की दर को त्वरण कहते है | यह एक सदिश राशि है , इसका
मात्रक - मीटर / सेकेंड की घात २ होता है |
वृतिया गति :- जब कोई वस्तु किसी वृत्ताकार मार्ग पर गति करती है , तो उसकी गति को वृत्ताकार गति कहते है |
यदि वस्तु एक समान चाल से गति करती है , इस प्रकार की गति को एकसमान वृतिया गति कहते है |
- वर्त्तीय गति एक त्वरित गति है क्यूंकि इसमें दिशा लगातार बदलती है |
कोणीय वेग :- वृत्ताकार मार्ग पर गति शील कण को वृत केंद्र से मिलाने वाली रेखा एक सेकेंड मे जितने कोण से घूमती है , उसे उस कण का कोनिया वेग कहा जाता है | इसे ओमेगा से प्रदर्शित करते है |
चीनी से मीठा किया होता हे जानने के लिए - CLICK HERE
रेलवे के लिए महत्वपूर्ण gk के प्रशन - click here
यदि आपको हमारा ये पोस्ट पसंद आया है तो हमारा यूट्यूब चैनल भी सब्सक्राइब कर दे - YOUTUBE
थैंक्स |